
विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर MCB जिले के मनेंद्रगढ़ में जनजागरूकता अभियान:
रैली, रंगोली और चित्रकला प्रतियोगिता के माध्यम से दिया गया जागरूकता का संदेश
मनेंद्रगढ़, 28 जुलाई 2025
विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में जन-जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। यह अभियान कलेक्टर श्री डी. राहुल वेंकट के निर्देशन और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अविनाश खरे के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को हेपेटाइटिस बी और सी जैसी गंभीर और संक्रामक बीमारियों के प्रति जागरूक करना और उनके रोकथाम के उपायों से अवगत कराना था।
जिलेभर में हुआ संगोष्ठियों और रैलियों का आयोजन
अभियान के अंतर्गत जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में संगोष्ठियों का आयोजन किया गया, जिसमें मितानिनों और स्वास्थ्य कर्मियों को हेपेटाइटिस के लक्षण, कारण, बचाव और टीकाकरण की जानकारी दी गई। ग्रामीण क्षेत्रों में रैलियाँ निकाली गईं, जिसमें पोस्टर, नारों और जनसंपर्क के माध्यम से आमजन को जागरूक किया गया।
विद्यालय स्तर पर रचनात्मक प्रतियोगिताएँ आयोजित
जिला स्तर पर आयोजित गतिविधियों में विजय नर्सरी इंग्लिश मीडियम स्कूल में रंगोली और चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
चित्रकला प्रतियोगिता में:
प्रथम पुरस्कार: प्रियांशु (कक्षा 12वीं)
द्वितीय पुरस्कार: एंजेलिना गुप्ता (कक्षा 11वीं)
रंगोली प्रतियोगिता में:
प्रथम पुरस्कार: सानिया ग्रुप (कक्षा 11वीं)
द्वितीय पुरस्कार: आलिया ग्रुप (कक्षा 12वीं)
प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया और अपने रचनात्मक तरीकों से बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने में योगदान दिया।
विशेषज्ञों ने बताया हेपेटाइटिस का खतरा और बचाव
सिविल अस्पताल मनेंद्रगढ़ के अधीक्षक डॉ. स्वप्निल तिवारी ने जानकारी दी कि हेपेटाइटिस बी एक खतरनाक वायरल संक्रमण है, जो लीवर को गंभीर क्षति पहुँचा सकता है। यह बीमारी तीव्र (अल्पकालिक) और दीर्घकालिक दोनों प्रकार की हो सकती है। यदि समय पर इसका इलाज न किया जाए, तो यह सिरोसिस, लिवर कैंसर और लिवर फेलियर जैसी जटिलताओं का कारण बन सकता है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में हेपेटाइटिस बी का वैक्सीन निःशुल्क उपलब्ध है, जो इसके बचाव में अत्यंत प्रभावी है।
टैटू बनवाने में भी छुपा है संक्रमण का खतरा
जिला नोडल अधिकारी डॉ. अतीक सोनी ने बताया कि आजकल युवाओं में टैटू बनवाने का चलन बढ़ा है, लेकिन एक ही सुई से कई लोगों को टैटू बनाना संक्रमण का कारण बन सकता है। उन्होंने कहा कि टैटू बनवाते समय यदि सुई संक्रमित व्यक्ति के खून के संपर्क में आती है, तो वह अगले व्यक्ति में भी वायरस फैला सकती है। विशेष रूप से हेपेटाइटिस बी और सी रक्त-से-रक्त संपर्क के माध्यम से फैलते हैं, इसलिए टैटू बनवाने या किसी भी सुई संबंधी प्रक्रिया में सुरक्षा मानकों का पालन करना आवश्यक है।
निष्कर्ष:
विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर जिले में आयोजित यह जन-जागरूकता अभियान न सिर्फ लोगों को शिक्षित करने का प्रयास था, बल्कि युवाओं और बच्चों को भी रचनात्मक रूप से जोड़कर एक सशक्त सामाजिक संदेश देने का प्रयास रहा। जिला प्रशासन का यह कदम आने वाले समय में लोगों को गंभीर बीमारियों से सुरक्षित रखने में मददगार सिद्ध होगा।