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आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा में जिलेभर में व्यवस्था रही चाक चौबंद।
परीक्षा केंद्र के समय पर मुख्य द्वार बंद होने से परीक्षा से वंचित रहे अभ्यर्थियों की उम्मीदों को झटका।
एमसीबी/27 जुलाई 2025।
आज जिले में छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) द्वारा आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया। परीक्षा के लिए जिले में 08 परीक्षा केंद्रों पर 2042 परीक्षार्थियों को शामिल होना था। जिला प्रशासन द्वारा व्यापम के निर्देशानुसार परीक्षा की समुचित तैयारियां की गई थीं, परंतु गेट बंद होने की निर्धारित समय-सीमा के चलते कई परीक्षार्थी परीक्षा से वंचित रह गए।
व्यवस्था चाक-चौबंद, फिर भी छूट गए अभ्यर्थी
परीक्षा प्रबंधन की कमान कलेक्टर डी. राहुल वेंकट के हाथों में थी। उनके नेतृत्व में पूर्व में एक समीक्षा बैठक कर सभी पर्यवेक्षकों, उड़नदस्ता अधिकारियों व नोडल अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए थे।
परीक्षा केंद्रों में 08 आब्जर्वर, 03 रिजर्व टीमें, 01 उड़नदस्ता दल, और एक उप पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को पुलिस नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था।
ये थे परीक्षा केंद्र
शासकीय विवेकानंद पीजी कॉलेज, मनेन्द्रगढ़
शासकीय बालक उ.मा. विद्यालय, मनेन्द्रगढ़
शासकीय कन्या उ.मा. विद्यालय (ई एवं टी), मनेन्द्रगढ़
शासकीय कन्या उ.मा. विद्यालय, लालपुर
यूनिवर्सल पब्लिक स्कूल, मनेन्द्रगढ़
सरस्वती शिशु मंदिर, झगराखांड रोड
सरस्वती विकास विद्यालय, मनेन्द्रगढ़
10:30 बजे के बाद बंद हुए गेट, बाहर रह गए परीक्षार्थी
व्यापम के कड़े नियमों के अनुसार प्रवेश द्वार सुबह 10:30 बजे बंद कर दिए गए। हालांकि परीक्षा का समय 11:00 से 01:15 बजे तक निर्धारित था, लेकिन कई परीक्षार्थी 5 से 10 मिनट की देरी से पहुंचे और गेट बंद होने के कारण अंदर प्रवेश नहीं पा सके।
बाहर खड़े अभ्यर्थियों ने परीक्षा केंद्र प्रभारी व पुलिस से अनुमति मांगी, लेकिन नियमों के हवाले से उन्हें लौटा दिया गया। मनेंद्रगढ़ कोतवाली निरीक्षक मौके पर पहुंचे पर उन्होंने भी नियमों का हवाला देते हुए प्रवेश से इनकार कर दिया।
गुस्साए अभ्यर्थियों ने प्रवेश पत्र फाड़े
प्रवेश से वंचित परीक्षार्थी लगभग 12:00 बजे तक गेट के बाहर खड़े रहे और कई ने रोष जताते हुए अपने प्रवेश पत्र फाड़ दिए। इस घटना से अभ्यर्थियों में भारी असंतोष देखा गया।
परीक्षा संचालन के विशेष दिशा-निर्देश
परीक्षार्थियों को परीक्षा से 2 घंटे पूर्व केंद्र पहुंचना अनिवार्य
10:30 बजे के बाद गेट बंद, किसी भी हालत में प्रवेश नहीं
हैंडहेल्ड मेटल डिटेक्टर और मैनुअल तलाशी अनिवार्य
हर केंद्र में एक पुरुष व एक महिला पुलिसकर्मी अनिवार्य
उड़नदस्ता दल द्वारा केंद्रों में सतत निगरानी
ड्रेस कोड: हल्के रंग के आधी बांह के कपड़े, चप्पल, बिना गहनों के
निषेध सामग्री: मोबाइल, घड़ी, पर्स, बेल्ट, स्कार्फ, टोपी आदि पूरी तरह रही प्रतिबंधित
निरीक्षण दल की जिम्मेदारी
परीक्षा संचालन की निगरानी के लिए तहसीलदार श्रुति धुर्वे, सहायक शालीन यादव (राजस्व निरीक्षक), और पुलिस आरक्षक मंगल मूर्ति नेताम को उड़नदस्ता अधिकारी नियुक्त किया गया था। उन्होंने विभिन्न केंद्रों का सघन निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
*कलेक्टर की अपील*
कलेक्टर डी. राहुल वेंकट ने परीक्षा पूर्व सभी अभ्यर्थियों से समय पालन की अपील की थी और निर्देशों का कड़ाई से पालन करने को कहा था, जिससे परीक्षा निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके।
निष्कर्ष:
जहां एक ओर जिला प्रशासन ने परीक्षा की व्यवस्था को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी, वहीं समयपालन की अनिवार्यता ने कई अभ्यर्थियों के भविष्य पर प्रश्नचिह्न लगा दिया। अब देखना यह है कि इन वंचित परीक्षार्थियों के लिए कोई राहत मिलती है या नहीं।