
“ठेका प्रथा के खिलाफ सड़कों पर उतरे सफाई कर्मचारी, वेतन और अधिकारों की सुरक्षा की उठी मांग”
सरगुजा/अंबिकापुर:
स्वास्थ्य विभाग में ठेका प्रथा के खिलाफ अब सफाई कर्मचारी भी आंदोलन की राह पर उतर आए हैं। निजीकरण और अस्थायी रोजगार व्यवस्था के विरोध में मंगलवार को जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सफाई कर्मचारियों ने सड़क पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन की मुख्य बातें:
सफाई कर्मियों ने घड़ी चौक से मेडिकल कॉलेज अस्पताल तक रैली निकालते हुए नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों ने “ठेका प्रथा बंद करो”, “स्थायी रोजगार लागू करो” जैसे नारों के साथ सरकार से अपनी मांगों को मजबूती से रखा।
प्रदर्शन का नेतृत्व छत्तीसगढ़ लघु वेतन शासकीय चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ, जिला सरगुजा द्वारा किया गया।
बैनर पर प्रमुख मांग के रूप में लिखा गया — “दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग में ठेका प्रथा बंद किया जाए।”
कर्मचारियों की प्रमुख मांगें:
ठेका प्रथा को समाप्त कर कर्मचारियों की भर्ती सीधे सरकारी प्रक्रिया से की जाए।
सफाई कार्य में लगे कर्मचारियों को जीवनदीप समिति के अंतर्गत शामिल किया जाए जिससे उनका वेतन और भविष्य सुरक्षित हो।
ठेकेदारी व्यवस्था के कारण वेतन कटौती, असुरक्षित नौकरी और शोषण जैसी समस्याएं लगातार बढ़ रही हैं।
अस्पताल की सफाई व्यवस्था पर असर:
प्रदर्शन के चलते मेडिकल कॉलेज अस्पताल की सफाई व्यवस्था प्रभावित हुई। कई वार्डों में सफाई कार्य बाधित हुआ, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
भविष्य की चेतावनी:
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।